मोहंड के रास्ते मुरादाबाद के निवासी भी पैदल जाने को तैयार, - कमाने आये थे अब जेब खाली है तो पराये शहर में कौन अपना माई सिटी रिपोर्टर देहरादून। घर की चिंता में लोग वापस जाने को मीलों लंबा सफर पैदल करने को तैयार हैं। ऐसे में फिर चाहे उन्हें पुलिस की सख्ती का सामना ही क्यों ना करना पड़े। अब जैसे तैसे जुगत भिड़ाकर लोग अपने घर जाना चाहते हैं। ऐसे ही कुछ लोगों हर रोज मोहंड के रास्ते जाते देखा जा सकता है। बृहस्पतिवार को भी लोग जिनमे से कुछ मुरादाबाद के भी रहने वाले थे। लोगों का कहना था कि 15 दिन पहले कमाने आये थे। सब काम धंधा बन्द हो गया ऐसे में जो पैसे बचाये थे वो भी खत्म हो गए। अब बिन पैसे पराये शहर में कौन होता है भला। कुछ लोग दूध के वाहनों को रोककर बैठना चाहते थे तो कुछ आवश्यक सेवाओं के ट्रकों को रोकने का इशारा कर रहे थे। मगर, सोशल डिस्टेनसिंग की अपील और पुलिस की सख्ती का डर भी चालकों को सत्ता रहा होगा। इसी कारण कोई वहां भी उन्हें लिफ्ट देने के लिए रुकने को तैयार नहीं था। अलबत्ता अपने अपने घरों की चिंता में निकले इन सभी मुसाफिरों ने पैदल ही रास्ता नापना शुरू कर दिया।
खाली जेब घर जाने को मीलों का सफर पैदल करने को मजबूर लोग